Modern astrology – आधुनिक मानव समाज आज के नए रहन सहन के तरीकों के सन्दर्भ में बिलकुल बदला हुआ है| पूरा सामाजिक ढांचा, सोच, अनुभूति (perceptions), रीती रिवाज और जीवन जीने का तरीका सब totally बदल चुका है| ये बदलाव सिर्फ पश्चिमी गोलार्द्ध के समाजों में ही नहीं बल्कि पूर्वी समाजों में भी बहुत कुछ बदल चुका है|
ज्योतिष एक प्राचीन विज्ञान है| भारत में पुरातन काल से ज्योतिष का अभ्यास किया जाता रहा है| भारतवर्ष के महान ऋषिओं और ज्योतिषविदों ने इस अलौकिक विज्ञान के अद्भुत आलेखों की उत्पत्ति करी है| इन उत्कृष्ट लेखकों ने उस प्राचीन काल में ज्योतिष विद्या के सिद्धांतों को अधिकथित किया जो आज भी आधुनिक ज्योतिष विज्ञान (Modern astrology) की नींव है| उस समय का सामाजिक ढांचा, उस समय के रीती रिवाज और जीवन के तौर तरीके आज से बिलकुल भिन्न थे|
जीवन के समस्त अन्य पहलुओं की तरह, ज्योतिष को भी आज के आधुनिक जीवन के सन्दर्भ में देखे जाने की जरूरत होती है| आधुनिक ज्योतिष उन्ही पूर्व सिद्धांतों पर ही खड़ा है मगर सन्दर्भ आज के नए युग का देखना पड़ता है| तब वो ही अलौकिक प्राचीन ज्योतिष आज का आधुनिक ज्योतिष विज्ञान बनता है|
समाज के बदले परिवेश में आधुनिक ज्योतिष (Modern astrology) को कैसे देखा जाये?
आज का आधुनिक समाज परम्परागत समाज से बहुत ज्यादा बदल चुका है| आधुनिक समाज में स्त्री पुरुष के अंतर को काफी हद तक मिटा दिया गया है| आज स्त्रियाँ भी पुरुषों से कंधे से कन्धा मिलाकर हर क्षेत्र में अग्रणी हैं| पहले के समाज में पुरुषों के लिए कहा जाता था की “उद्योगम पुरुष लक्षणम” याने पुरुष का लक्षण या पहचान ही उद्योगम – काम धंधा है| पर आज के समाज में कितने अनगिनत उदाहरण हैं जहाँ स्त्रीयां आगे बढ़ कर व्यवसायरत होकर घर चला रहीं हैं|
अगर स्त्री जातक की कुंडली में दशम भाव बहुत मजबूत हो या लग्नेश और दशमेश का सम्बन्ध आ रहा हो या व्यवसाय का संभागीय चार्ट (D10) दशमांश strong हो तो ऐसी स्त्री जातक अच्छे व्यवसाय में होगी| परम्परागत ज्योतिष में ऐसी स्त्री को dominant समझा जायेगा पर आधुनिक ज्योतिष में ऐसी जातक पुरुष के साथ घर की जिम्मेदारियों में बराबर की हिस्सेदार होगी|
इसी तरह अगर पुरुष कुंडली के लग्न पर स्त्री ग्रहों का अधिक प्रभाव आ रहा हो और चन्द्र पर भी ऐसा प्रभाव हो तो ऐसे जातक को पुराने ज़माने में बहुत अच्छा नहीं मानेंगे पर आज के जमाने में ऐसा जातक घरेलु प्रकृति का होकर घर के काम काज में पूरी हिस्सेदारी निभाएगा और एक अच्छा partner सिद्ध होगा|
अगर हम उच्च शिक्षा और पढ़ाई की बात करें तो पहले जमाने में कुछ मुख्य line of education होती थी जिसे पढ़ के आप – डॉक्टर, इंजिनियर, वकील, सरकारी अफसर आदि बन जाते थे और इसी पर पूरा तवज्जो रहता था| और आज देख लीजिये – अनगिनत नए नए line हैं, job के लिये और उच्च शिक्षा के लिये – रेडियो जॉकी, call centre, DJ, Astro-Biology, dermatologist आदि न जाने कितने नयी line of education आ चुकी हैं| डॉक्टरी और इंजीनियरिंग जैसे परम्परागत शिक्षा में ही न जाने कितनी नयी lines हैं आज|
ग्रहों को देखने का तरीका भी आज के परिवेश में बदल चुका हैं| प्राचीन समाज में ब्रहस्पति पंडित पुजारी, विद्वान और राजा के सलाहकार को दर्शाता था| मगर आज के आधुनिक युग और समाज के सन्दर्भ में वही ब्रहस्पति कंपनी सलाहकार, अधिवक्ता, legal expert, बड़ी कंपनियों के प्रबंधन परामर्शदाता (management expert) या मनोवैज्ञानिक (psychologist ) भी हो सकते हैं| न्यायाधीश, अध्यापक और सार्वजानिक प्रवक्ता आदि आज के सन्दर्भ में ब्रहस्पति से सम्बंधित हैं|
पारंपरिक ज्योतिष में इसी तरह जहाँ शनि शूद्र (lower classes), वृद्ध, पंगु (Crippled), गंदे जगहों का निवासी आदि को दिखाता है वहीँ आज के बदले हुए socio-economic समय में वही शनि प्रजा का प्रतिनिधित्व कर चुनाव के जरिये सत्ता का अधिकारी बन जाता है| आज के सन्दर्भ में वही शनि लोहे का उद्योगपति और ब्रहस्पति के साथ संयुक्त हो, तो Psychologist भी बन जाता है|
पारंपरिक रूप से (Traditionally) ज्योतिष में शनि के बाद राहू सबसे निन्दित है, जो विष से भरा भयानक सत्व माना जाता है| राहू को पारम्परिक ज्योतिष में “म्लेच्छ” माना गया है और विदेशियों को भी म्लेच्छ ही कहा गया है| आधुनिक ज्योतिष (Modern astrology) में वही “म्लेच्छ” या गिरा हुआ ग्रह (termed due to being foreign) राहू विदेशगमन या विदेशों में पढाई आदि के लिए सबसे महत्वपूर्ण ग्रह बन जाता है| Engineering के नये आयाम, वास्तु शिल्पी (architect), अन्तरिक्ष विज्ञान जैसे कई तकनीकी व अर्द्ध तकनीकी बहुलता के व्यवसाय जो पहले नहीं हुआ करते थे, आज राहू के कार्यक्षेत्र में आते हैं|
सही मायनों में आधुनिक ज्योतिष शास्त्र (Modern astrology) एक सम्पूर्ण जीवन जीने का असरदार counselling tool या मार्गदर्शक बन चुका है| ज्योतिष की मदद से लोगों के मनोविज्ञान, स्वभाव और सोच के pattern को समझा जा सकता है| ये समझ एक amicable और संतोषपूर्ण (satisfying) जीवन जीने के लिए आज के समय बहुत जरूरी बन जाती है| आधुनिक ज्योतिष (Modern astrology) के सहायता से हम ये समझने में सक्षम हैं की लोग अगर ऐसे हैं तो क्यों हैं, हम ये realize कर पाते हैं की अलग अलग लग्नों और अलग नक्षत्रों में जन्मे लोग एक खास तरह से ही पेश (behave) आते हैं|
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