How to stop drinking – आधुनिक जीवन का सबसे बड़ा अभिशाप है Alcohol, सबसे common नशा है शराब, बियर या और अन्य तरह के alcoholic ड्रिंक्स, जो हमारे मॉडर्न life का हिस्सा बन चुके हैं| अच्छे पढ़े लिखे लोग तक इसमें बड़ी तेजी से लिप्त होते जा रहे हैं|
आसानी से उपलब्ध होने और affordable होने की वजह से नशे का ये सबसे easy तरीका है| पर शायद बहुत कम लोग ये जानते हैं की alcohol, चाहे वो किसी भी रूप में हो, जब आदत बन जाती है तो यह एक silent killer बन जाती है| तो अगर आप जीना चाहते हैं तो stop drinking.
इतना काम करते हैं और सही कमा भी रहें हैं तो थोडा पी लिया तो क्या जुल्म हो गया – ये सबसे बड़ा common argument है पीने का, पर problem क्या है की आप जितने भी थोड़े से शुरू करें, अगर रोका न गया तो आपकी drinking की capacity और quantity साधारणतया बढ़ जाती है| इसे रोकने का एक ही तरीका है – stop drinking.
विधाता ने हमारा शरीर ऐसा बनाया है की थोड़े ही समय में हमारी drinking tolerance level – alcohol हजम करने की क्षमता – बढती जाती है| शुरू शुरू में एक peg में ही काम हो जाता है, फिर एक peg से कुछ नहीं होता, फिर दूसरा और तीसरा…….पता ही नहीं चलता कब पूरी तरह आदी हो जाते हैं|
आज कल के इस भाग दौड़ की जिंदगी में हर कोई बहुत ही stressful जीवन जी रहा है| किसी भी व्यवसाय में देखें, किसी भी business में देखें, हर आदमी पूरी तरह तनावग्रस्त है| और इसी तनाव के चलते साधारणतया किसी न किसी नशे की आदत पड़ जाना भी आम बात हो गयी है| चाहे student community की बात करें, चाहे working class और चाहे समाज के उच्च वर्ग या निचला तबका – हर जगह नशे की लत तेजी से बढ़ रही है|
कुछ लोग तो fashion trend मानते हुए नशा करते हैं| कुछ का excuse गम गलत करना है, या breakup से recovery वगैरा वगैरा| But दोस्तों ये सब lame excuses हैं, जो सिर्फ बहाना है, न्यायीकरण है, justification है, बुरी आदत को continue करने का| इस बुराई का एक ही अंत है – stop drinking.
नशा किसी भी तरह का हो सकता है| शराब, बियर, smoking, तम्बाखू, खैनी, जर्दा आदि, और of course ड्रग्स ! बहुत ज्यादा चाय, कॉफ़ी और कोल्ड ड्रिंक्स लेना भी एक तरह का नशा है जिसके बगैर कई लोग रह ही नहीं सकते| हर नशा करने वाला जानता है नशा उसके finance के लिए, health के लिए, family के लिए नुकसान करने वाली चीज है, मगर लोग नशा छोड़ ही नहीं पाते|
मैंने कई लगों को देखा है जो सुबह से शाम तक बड़ी अच्छी बातें करते हैं की अब नहीं – बस अब और नहीं, आज जो कुछ हो जाये नहीं पियूँगा| पर शाम होते ही सारी अच्छी बातें टल जाती है कल पर – वो कल जो कभी आता ही नहीं| और जब हालत खराब हो जाती है, शरीर के अंग काम करना बंद कर देते हैं, तो अपनी किस्मत को और भगवान को दोष देते हैं की ये मेरे साथ क्या हो गया|
Stop drinking का ये article दो भागों में है – इस पहले भाग में जानेंगे नशा करने के कुच्छ common कारण और नशे का दुष्प्रभाव| दुसरे भाग में नशा कैसे छोड़ा जाये और public life में stop drinking का सबसे बड़े उदाहरण और role model रहे संजय दत्त की interview के बारे में बताऊंगा|
कई लोग मेरे पास कुंडली विश्लेषण और counselling के लिये आते हैं की आचार्य जी हमें कोई उपाय बताइए की नशा छूट जाये ! बताइये ! कोई जादू की छड़ी थोड़ी ना है की इसे घुमाइए और नशा छूट जाये| अरे भाई, सबसे पहले ये समझिये की नशे ने आपको नहीं पकड़ा है, आपने नशे को जकड रखा है, आप छोडिये तो सही, तभी तो छूटेगा !
तो आइये दोस्तों आज जानें की सबसे common लत शराब और alcoholic drinks का नशा क्यों किया जाता है और इसके क्या दुष्परिणाम होते हैं|
नशा क्यों किया जाता है? why we cannot stop drinking?
Will power की कमी
मेरे ज्योतिष counselling के निजी अनुभव में मैंने कई लोगों के साथ काम किया है जिन्हें नशे के लत बहुत अधिक थी| Mostly ऐसे लोगों में मनोबल या आत्मविश्वास, जिसे will power कहते हैं, कम होती है| ये लोग बहुत जल्दी influence हो जातें हैं| क्यूंकि ये सीधे सीधे ना नहीं कह पाते, इसलिए आदत पड़ते देर नहीं लगती|
Insecurity असुरक्षा की भावना
एक और बात जो मैंने notice की वो ये थी की नशा करने वाले कहीं न कहीं insecure होते हैं और उस insecurity को cover करने के लिए नशा करना शुरू करते हैं| ये insecurity रिश्तों में हो सकती है, professional हो सकती है, पारिवारिक भी हो सकती है|
Drinks का glamour
कुछ लोग सिर्फ attraction के मारे या try करने के लिए शुरू करते हैं और कब आदत बन गयी, पता भी नहीं चलता| ऐसे लोगों में एक baseless impression होता है की सब कर रहे हैं, अगर मैं नहीं करूंगा तो लोग मुझे पिछड़ा कहेंगे| तो चलो हम भी सोसाइटी का हिस्सा बनें| It starts small but soon we just cannot stop drinking.
रिश्तों की वजह से
रिश्तों में विच्छेद या breakup एक और कारण है नशे की लत का| आजकल के instant life में सब कुछ instant हो गया है| Relationship आज बनते हैं, कल टूट जाते हैं| सोशल मीडिया ने चौबीसों घंटों की connectivity दे दी है| रिश्ते आजकल parallel चल रहे हैं, online चल रहे हैं और जब ऐसे रिश्तों का खुलासा होता है तो अंजाम – breakup ! आज जानू……..कल मैं क्या जानूं? आधुनिक समाज के पति-पत्नी के रिश्तों में एडजस्टमेंट की कमी भी इसका कारण बनती है|
Life style जीवन शैली
Lifestyle एक और reason है नशे का| MNC कंपनियों ने जहाँ बहुत young age में नौकरियों की बौछार करी है वहीँ अपना मल्टीनेशनल लाइफस्टाइल भी दिया है| रात में काम करना, दिन में सोना, तो weekend में जम के पार्टी तो बनती है ! पार्टी हो और नशा ना हो तो पार्टी क्या? इस तरह शुरू हो जाती है ये जान लेवा लत| Joint family ख़त्म होती जा रही है, working parents को कई बार अपने lifestyle की वजह से अपने किशोरावस्था से गुजरते बच्चों की आदतों का पता लगते देर हो जाती है, और नशा जीवन में प्रवेश कर जाता है और result – we just cannot stop drinking.
तनाव Stress
एक और सबसे बड़ा कारण है नशे की आदत का – तनाव| जैसा मैंने इस article के स्टार्ट में कहा की आज कल के इस भाग दौड़ के जीवन में इतना तनाव है, हमलोग इतने stressed हैं की तनाव से बचने का आसान तरीका ढूंढते हुए पलायनवादी (escapist) हो कर नशे की लत में बड़ी आसानी से लिप्त हो जाते हैं| And excuse – I just cannot stop drinking. Relax करना हम लोग भूल चुके हैं, मैडिटेशन तो दूर की बात है !
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घर का वातावरण
नशे की आदत का एक और कारण है घर का वातावरण| यकीन मानिये अगर घर में strong संस्कार हों, सही मायने में प्यार और care करने वाले हों, ऐसे घर का व्यक्ति कभी नशे के लत में नहीं पड़ सकता| अगर ऐसे घर का व्यक्ति किसी कारण वश नशे में पड़ भी जायें तो उसकी family प्यार से, care से और सब्र से उसे नशे के दलदल से निकाल भी लेते हैं and he will stop drinking.
जब मैं कहता हूँ सही मायने में प्यार और care करने वाले – तो मेरा तात्पर्य है स्वार्थ विहीन लोग| परामर्श के लिए आये कई लोग मुझे बताते हैं की आचार्य जी, जब तक मैं कमा रहा हूँ और हर जरूरत पूरी कर रहा हूँ तब तक तो मेरी सेवा होती रहेगी, कोई मुझे नहीं टोकेगा, जिस दिन घर में बैठ गया, उस दिन से जूते बजेंगे ! ऐसे case ना तो संस्कार है, ना ही प्यार, ये pure स्वार्थ है|
नशे के दुष्परिणाम
Alcohol का सबसे ज्यादा, सबसे direct और पहला असर हमारे शरीर के एक बहुत महत्वपूर्ण अंग – liver या जिगर पर होता है|
Liver क्या है और ये इतना important क्यों है?
Liver हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण दूसरा सबसे बड़ा अंग है जो पसलियों के अन्दर right की तरफ होता है| ये एक साइड से पिचके football की तरह होता है| Liver का हमारे शरीर में बहुत कुछ कार्य करता है जिसमे main function है जो कुछ भी हम खाते पीते हैं उसको energy और पोषक तत्व में बदलना| साथ ही ये रक्त में से हानिकारक पदार्थ निकाल कर रक्त का शुद्धीकरण भी करता है|
मादक द्रव्य liver पर कैसे असर करते हैं?
कोई भी मादक द्रव्य जिसमे alcohol रहता है वो लीवर के अन्दर के कोशिकाओं का विनाश कर देता है| Liver शराब को या alcohol को हमारे शरीर से निकालने के लिए उसे विघटित करता है, alcohol को break down करता है| जब लीवर को जरूरत से ज्यादा alcohol ब्रेकडाउन करना पड़ता है तो इसके अन्दर के cells – कोशिकाएं ध्वस्त हो जाती हैं| If we do not stop drinking, लीवर पर rashes – घाव पड़ जाते हैं और इससे लीवर पूरी तरह ख़राब हो जाता है| जब लीवर ख़राब हो जाता है तो सही तरह से काम नहीं कर पाता और ना तो शरीर को energy मिलती और ना ही रक्त का सही शुद्धीकरण हो पाता|
नीचे कुछ बीमारियों के बारे में mention कर रहा हूँ जो सीधे नशे के आदत से जुडी है, इनके बारे में internet पर पूरी जानकारी मिल जाएगी, जिसे सामने रख कर उस व्यक्ति को समझाएं|
शराब एवं alcoholic ड्रिंक्स से होने वाले Liver के रोग
- Alcoholic Fatty liver – ज्यादा पीने वालों के जिगर पर वसा का जमाव शुरू हो जाता है और लीवर के काम करने की शक्ति कम हो जाती है| ये पहला परिणाम है जिसके लक्षण भी दिखने मुश्किल हैं|
- Alcoholic hepatitis – वसा के जमाव के बाद ये अगला असर है जब जिगर में सूजन के साथ घाव बनने शुरू हो जाते है|
- Alcoholic cirrhosis – ये last स्टेज है जब लीवर में बहुत घाव हो जाते हैं जिससे लीवर सख्त होकर बहुत मुश्किल से काम कर पाता है|
लीवर के इन रोगों का क्या effect होता है?
- पेट में द्रव्यों का जमाव
- पेट की या भोजन नलिका के नसों से रक्तस्राव (Bleeding from esophagus or stomach)
- तिल्ली (spleen) का बढ़ना
- मस्तिष्क के विकार एवं कोमा
- किडनी फेलियर
- लीवर कैंसर
- Hepatitus C (जो शराब से सम्बंधित नहीं है) में liver पर बुरा असर
नीचे एक स्वस्थ लीवर और मादक द्रव्यों के अधिक सेवन से खराब हुए लीवर का चित्र दे रहा हूँ, जरा खुद देखिये हालत क्या हो जाती है !
नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले अन्य रोग
- मनोरोग एवं मनोविकार
- रक्त में ऑक्सीजन carry करने वाले red blood cells की कमी से रक्तहीनता – Anemia
- Anemia के कारण थकान, सांस लेने में problem
- कैंसर – गले का, भोजन नलिका का, लीवर का, larynx (कन्ठ) का, स्तन का आदि
- ह्रदय के और हृदयवाहिनी (cardiovascular) के रोग
- Dementia – मनोभ्रंश – याददाश्त का खोना
- डिप्रेशन – उदासी, मनोवेदना, एकांत वास
- Seizures – मिरगी रोग के बिना मिरगी/अपस्मार के बाद की जकड
- गठिया – यूरिक एसिड क्रिस्टल्स के जॉइंट्स में जमने की वजह से
- Pancreatitis – Pancreas पाचन ग्रंथि में सूजन की वजह से अतिसार रोग
- संक्रमण रोग – नशीले पदार्थ Immune system को दबा कर इन्फेक्शन रोगों को बढ़ावा देती है
- उच्च रक्तचाप – Alcohol रक्त में मिलने से रक्तचाप बढ़ कर high blood pressure बन जाती है
- Alcoholic neuropathy – Heavy drinking नर्वस सिस्टम का नाश करके मांसपेशियों में सुई चुभने जैसा दर्द और मांसपेशियों में सुन्नता पैदा करती है|
तो देखा आपने दोस्तों, जब मैं drinking को silent killer कहता हूँ तो इसका सही मायने क्या हैं? आइये आज हम प्रण लें की नशा ना करेंगे ना करने देंगे| Lets stop drinking. अगर हमारे circle में कोई है जो इस बुराई का शिकार है तो हम उसकी पूरी मदद करेंगे उसे इस दलदल से निकालने में| After all, that’s what real friends are for!
Article के अगले पार्ट में नशा कैसे छोड़ें और सफलतापूर्वक नशे की दलदल से निकले फ़िल्मी जगत के मशहूर अभिनेता संजय दत्त के बारे बात करेंगे|
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