Technical studies या Management studies ? Science subjects या management training courses? Technical subjects जैसे PCM या PCMB जैसे विषय क्या बच्चा cope कर पायेगा? या Commerce या Humanities ज्यादा suit करेगी? पढाई के विषय में ऐसे प्रश्न तकरीबन secondary school के बाद शुरू हो जाते हैं|
एक बड़ा general प्रश्न है तक़रीबन हर parents का – बच्चे कौन सा subject लें की सफलता मिले या कौन से line की स्टडी सही रहेगी? क्या subjects लें की पढाई में सफलता मिले, अच्छे marks से उत्तीर्ण हों?
शिक्षा और ज्योतिष – Education and Astrology के इस series में हम studies से सम्बन्धित इन्ही विषयों पर बात करेंगे| इससे पिछले article में हमने Technical subjects और उनसे सम्बंधित ग्रहों की बात करी|
तो आइये आज बात करते हैं किन ग्रहों का Management Studies से सम्बन्ध है| ग्रहों के कौन से combination Management Studies की तरफ ले जायेगा?
विद्या को मुख्यतः द्वितीय भाव से और पंचम भाव से देखा जाता है| द्वितीय भाव कुटम्ब भाव और वाक् स्थान भी है| द्वितीय भाव संस्कारों का भी भाव है, वो संस्कार जो हमें घर से मिलते हैं| दुनिया की सबसे बड़ी teacher या गुरु माँ होती है जो हमें संस्कार देती है और सबसे बड़ी और पहली शिक्षा – पिता की पहचान देती है|
पंचम भाव विद्या का भाव है| शिक्षा, प्रज्ञता, पांडित्य, बुद्धि, विवेक, ज्ञान, मंत्रसिद्धि, वाक्पटुता, शास्तों का ज्ञान आदि सब पंचम भाव के अधिकार क्षेत्र में आते हैं|
शिक्षा के कारक हैं बुध और ब्रहस्पति| बुध बुद्धि (mind) का कारक है और ब्रहस्पति ज्ञान (intelligence) का| बुध ने ब्रहस्पति से ही ज्ञानार्जन किया था, जो directly दिखाता है की mind learns from intelligence.
विद्या के कारक ग्रहों पर अशुभ ग्रहों या भावों का असर विद्या दोष देता है| पंचम भाव में अशुभ ग्रहों के स्थिति या पंचम भाव का पीड़ित होना भी शिक्षा पर प्रतिकूल असर देता है|
पंचम भाव में उच्च के ग्रहों का स्थित होना, इसमें शुभ ग्रहों का सम्बन्ध होना, शुभ कर्तरी योग में होना, पंचमेश का शुभ ग्रहों या गुरु से युत या दृष्ट होना आदि सब अच्छी शिक्षा अर्जित करने में सहायक होते हैं| बुध, चन्द्र और मंगल का बलशाली शुभ ग्रहों से दृष्ट होना जातक को चतुर, समझदार और हाजिर जवाब बनाता है|
Management studies
Hotel management in Management studies
Hotel या विश्रामालय का उद्देश्य अपने ग्राहक को खाना और आरामदायक सोने की जगह देना होता है| कुंडली का दूसरा भाव खाने पीने का और चौथा भाव आराम का होता है|Management studies का ये विषय directly व्यवसाय – दशम भाव – से सम्बन्धित है क्यूंकि mostly लोग hotel management के बाद hotel में ही काम करते है unlike जैसे आजकल mechanical या chemistry engineers ज्यादातर IT में पाए जाते हैं|
तो दूसरे, चौथे और दसवें भाव का connection जब भोग विलसिता और आराम के कारक शुक्र से आये और साथ ही प्रबंधन (management) के कारक ब्रहस्पति भी इसमें जुड़ जायें तो जातक management studies में hotel management का material बनेगा|
Business Management studies, Banking, Literature, Law, History, Psychology
ब्रहस्पति का पंचम भाव से शुभ एकल (singular) सम्बन्ध जातक को management studies के इन विषयों की तरफ ले जाएगा| चंद्रमा बुध और केतु पंचम भाव से सम्बन्ध बनायें तो जातक सफल Psychologist बन सकता है| बुध और ब्रहस्पति successful Business Management Studies देगा|
Law, Judiciary न्यायपालिका
गुरु शनि और बुध का पंचम भाव के साथ छठे भाव या छठे भावेश के साथ सम्बन्ध आये तो Judiciary – न्यायपालिका और law के विषय में success देगा|
Accounts, Commerce, economics, finance
बुध का पंचम भाव से शुभ एकल (singular) सम्बन्ध इन विषयों की प्रवीणता देगा| बलशाली बुध management studies के कारक ब्रहस्पति के साथ ये सम्बन्ध बनाये तो CA बन सकते हैं|
Political science
सूर्य का शुभ राशी में पंचम भाव में स्थित होना और अशुभ ग्रहों से दृष्ट ना होने पर जातक पोलिटिकल science की तरफ जायेगा|
Labour laws, राजनीति, जन समूह से सम्बन्ध, नेतागिरी
शनि का पंचम भाव से शुभ एकल (singular) सम्बन्ध जातक को इन विषयों के लिए प्रेरित करेगा|
Writer लेखक Author
ब्रहस्पति और चंद्रमा की पंचम भाव में या नवम भाव में युति जातक को लेखन की तरफ प्रेरित कर सकती है| चंद्रमा शुक्र और बुध की युति जातक को उत्कृष्ट लेखक (Illustrious author) कवि, dramatist, उपन्यासकार या storey writer आदि बनाती है| चन्द्र ब्रहस्पति और बुध या शुक्र एक साथ पंचम को प्रभावित करें तो philosophy और इस तरह के serious subjects का writer बनाती है|
Fine arts
चंद्रमा का पंचम भाव से शुभ सम्बन्ध fine arts – ललित कलाओं का आकर्षण देगा| संगीत painting आदि से सम्बंधित areas में ले जायेगा|
TV, Music, Acting, Fashion या Interior design
शुक्र का पंचम भाव से शुभ एकल (singular) सम्बन्ध इन विषयों की तरफ प्रेरित करेगा|
Airline, Photography, research
राहू का पंचम भाव से शुभ एकल (singular) सम्बन्ध इन विषयों की तरफ प्रेरित करेगा|
Interpreter, दुभाषिया, भाषा से related (computer coding)
केतु का पंचम भाव से शुभ सम्बन्ध भाषा ज्ञान से related subjects की तरफ inclination देगा|
Archeology पुरातत्व विज्ञान
गुरु और शनि का पंचम के साथ अष्टम भाव या अष्टमेश से सम्बन्ध आने पर Archeology की तरफ रुझान रहेगा|
Defense से सम्बन्धित education
NDA और CDS जैसे career जहाँ पढाई के के साथ ऑफिसर बन कर निकलते हैं उसके लिए पंचम का सूर्य और मंगल से सम्बन्ध आना चाहिए| और कहीं दशम या दशमेश से भी सम्बन्ध आये तो Defense में बहुत successful career दिखता है|
ऊपर management studies के जितने combination दिये गए हैं ये एक general indicator है जिससे management studies की तरफ मानसिक झुकाव का पता चलता है| पंचम भाव पर ग्रहों का प्रभाव, पंचमेश का नक्षत्र, नवांश चार्ट में इन ग्रहों की स्थिति, दशम भाव का सम्बन्ध और पढाई के समय की महादशा आदि सब को देख कर ही व्यक्तिगत रूप से specific कुंडली के शिक्षा के बारे में कहा जा सकता है|
Join the Discussion!