नवग्रह गुरु वृद्धि, प्रचुरता और फैलाव के ग्रह हैं| ये हमें अपनी सीमाओं को विस्तृत करने की प्रेरणा देते हैं| ब्रहस्पति को नवग्रहों में देवगुरु का स्थान प्राप्त है| ज्योतिष में कहा जाता है की लग्न में स्थित सशक्त गुरु सवा लाख दोष दूर कर देता है| कुंडली में एक सशक्त गुरु को भगवान् का तोहफा समझा जाता है| ऐसे जातक पूर्व पुण्य लेकर इस धरती में अपने कर्मों के अच्छे फल भोगने के लिए जन्म लेते हैं|
Guru transit 2016 to 2017 में गुरु 11 अगस्त 2016 को सिंह राशि से आगे चलते हुए कन्या राशि में प्रवेश करेंगे और 12 सितम्बर 2017 तक कन्या राशी में रहेंगे| गुरु का ये गोचर अति महत्वपूर्ण गोचर है| इस गोचर में गुरु के अनुकूल और प्रतिकूल दोनों प्रभाव रहेंगे जो mostly depend करेगा कुंडली में गुरु की पोजीशन पर और जो महादशा चल रही है उस पर| अनुकूल प्रभाव का ज्ञान आपको असमंजस और अनिश्चितता छोड़ कर पूरे वेग से आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है| प्रतिकूल प्रभाव का ज्ञान सावधानी से, प्लानिंग से और रिस्क लिये बगैर आगे बढ़ने का निर्देशन करता है|
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Guru transit 2016 to 2017 के article के इस अंतिम भाग में आइये आज जानते हैं ये गोचर मेष और वृषभ राशी को किस प्रकार प्रभावित करेंगे|
Guru transit 2016 to 2017 – मेष राशी
मेष राशी के लिये Guru transit 2016 to 2017 चंद्र से छठे भाव में होगा| छठा भाव ज्योतिष में दुश्स्थान माना गया है, इसलिये मेष राशी के लिये ये गोचर मिश्रित फल देने वाला है| ब्रहस्पति इस गोचर में आपको कुछ समय से चले आ रहे परेशानियों से राहत देगा|
- छठा भाव रोग, ऋण और रिपु का भाव है, और ब्रहस्पति इस गोचर में आपको बीमारियों से निजात देगा|
- आपकी शारीरिक और मानसिक दोनों परेशानियां कम होंगी|
- इस दौरान आपके ऋण का बोझ भी कम हो सकता है|
- इस गोचर में ब्रहस्पति कन्या से पंचम दृष्टि मकर को देंगे जो चन्द्र से दशम भाव है, तो ये आपके profession के भाव को अनुकूल रूप से activate करेगा|
- बेरोजगार लोगों को नौकरी मिलने के योग बनेंगे| Job में लगे लोगों को promotion और बढे वेतनमान मिलेंगे|
- Guru transit 2016 to 2017 के दौरान आपको job satisfaction भी मिलेगी| हालाँकि आपको सावधानी भी बरतनी है क्यूंकि आपका अपने सीनियर्स से, उच्चाधिकारियों से, और colleagues आदि से से टकराव व तनाव के योग भी बन सकते हैं, ऐसी स्थिति को avoid करें|
- आपकी मेहनत, व्यावसायिक सूझ बूझ और समझ आपको शत्रु विजय दिला कर उन्नति के रास्ते प्रशस्त कर सकती है|
- Guru transit 2016 to 2017 में unexpected धन आगमन का भी योग बन सकता है|
- पुराने या लम्बे समय से चलने वाले ऋण से भी मुक्ति मिल सकती है|
- अगर कुंडली में ब्रहस्पति, बुध, साथ मंगल भी शुभ स्थिति में हो तो नयी प्रॉपर्टी के भी योग बन सकते हैं|
- ब्रहस्पति इस कन्या गोचर में अपनी सप्तम दृष्टि चन्द्र से बारहवें भाव, अपनी स्वयं राशि मीन को देंगे तो इस दौरान आप धर्म कर्म के कार्यों और charity, दान आदि में दिलचस्पी दिखाएँगे|
- पर चूँकि छठे भाव से बारहवें भाव का सम्बन्ध आ रहा है तो इस दौरान आपके स्वास्थ्य पर खर्चे भी हो सकते हैं, विशेषतः पेट और पाचनतंत्र के रोग परेशान कर सकते हैं| पेट और पाचनतंत्र के इलाज के सिलसिले में आपको कुछ यात्रा भी करनी पड़ सकती है|
- अपने खाने पीने, खास कर alcoholic ड्रिंक्स पर लगाम रखें, इससे related दिक्कतें आ सकती हैं|
- ब्रहस्पति की नवम दृष्टि Guru transit 2016 to 2017 में चन्द्र से दूसरे भाव वृषभ पर पड़ेगी, तो आपका परिवार और कुटुंब के प्रति स्नेह बढेगा| इस दौरान आप अपने परिवार और अपने चाहने वालों के साथ अच्छा समय बितायेंगे|
- यदि कुडंली में ब्रहस्पति पीड़ित हैं या कमजोर हैं तो कुछ चीजें प्रतिकूल रूप से activate होंगी|
- किसी भी तरह के वाद विवाद से बचें, खासकर रिश्तों में इस वजह से दिक्कतें आ सकती हैं| ब्र
- हस्पति इस समय चन्द्र से पंचम और सप्तम को दृष्टि देंगे इसीलिये बच्चों और life partner से arguments आपकी टेंशन का कारण बन सकती है|
- अपने गुस्से को control में रखें, इस समय के दौरान आप चिडचिडे हो सकते हैं|
- सप्तम भाव क्यूंकि की प्रतिष्ठा और मान सम्मान का भी भाव है तो पीड़ित ब्रहस्पति इस area में भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं|
- अपने आस पास के लोगों का खास ख्याल रखें, unwanted company मुसीबत का कारण बन सकती है| अपने आँखें और कान खुले रखिये, क्यूंकि शत्रु बाधा आपकी उन्नति में परेशान कर सकती है|
- झूठे इल्जाम, क़ानून से उलझना, मुकदमेबाजी आदि के प्रति सावधान रहें|
- बड़े लोन या कर्जे लेने से बचें| कोई भी दस्तावेज sign करने से पहले या कोई agreement वगैरा का बहुत ध्यान रखें और सोच समझ कर करें|
- अपने खर्चों पर पूरा control रखें, unnecessary खर्चे परेशान कर सकते हैं|
Guru transit 2016 to 2017 में सिंह राशी के लिए उपाय
- अच्छे स्वास्थय के लिये अपने नाम नक्षत्र के साथ धन्वन्तरी हवन हर तीन महीने में एक बार करायें|
- धन्वन्तरी अर्चना या धन्वन्तरी पुष्पांजलि अपने नाम नक्षत्र के साथ जब जब समय मिले, कराते रहें| (साधारणतया South Indian मंदिरों में ये आसानी से करा सकते हैं)
- वैद्यनाथअष्टकम मंगलवार को तथा ब्रहस्पतिवार को पढ़ें या सुनें|
- वैद्यनाथअष्टकम mp3 – नीचे Comments सेक्शन में चाहें तो request करें, इस अद्भुत अष्टकम का mp3 version मैं आपको email कर दूंगा, जिसे आप अपने फ़ोन पर या कंप्यूटर पर सुन सकते हैं|
- नीचे दिये गए मन्त्र को 48 बार प्रति मन्त्र रोज पढ़ें:
- ॐ गुरवे नमः | ॐ हरये नमः
Jupiter transit in 2016 – वृषभ राशी
ब्रहस्पति का वृषभ राशी में गोचर शुभ फल देने वाला है| Jupiter transit in 2016 वृषभ राशी से पंचम भाव पर होगा| चन्द्र से पंचम भाव शुभ त्रिकोण भाव बनता है| ये भाव संतान का, अध्ययन, ज्ञान और शिक्षा आदि का भाव है|
- ब्रहस्पति इस दौरान आपके चन्द्र से नवम भाव को, ग्यारहवें और स्वयं चन्द्र को दृष्टि देंगे| शुभ त्रिकोण पंचम से ब्रहस्पति की नौवें भाव यानी भाग्य और पितृ भाव को, ग्यारहवें लाभ भाव को और चन्द्र को दृष्टि आपके भाग्य और पिता, आपके लाभ तथा आपके स्वास्थ्य और जीवन पर सुप्रभाव डालेंगी| वास्तव में कहा जाये तो ऐसे गोचर का आप काफी समय से प्रतीक्षा में थे ! ये तीनों भाव भाग्य को, लाभ को और आपके पूरे जीवन को अनुकूल परिस्थितियां देंगी|
- आपकी राशी से पंचम भाव में Guru transit 2016 to 2017 के दौरान education में सफलता, मंत्र सिद्धि, धर्म ग्रंथों का अध्ययन और संतान की तरफ से सुख देगा|
- आपको अपने heart और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने का भी यह समय है|
- आपके बच्चों को इस समय आपसे emotional support की जरूरत रहेगी|
- ब्रहस्पति की शुभ पंचम दृष्टि आपकी राशी से नवम भाव पर पड़ने से आपके पिता को अच्छा स्वास्थ्य और खुशियाँ देगी| आप इस समय अपने परिवार के बुजुर्गों से भी भावात्मक रूप से जुड़ेंगे और उनके आशीर्वाद के प्रार्थी बनेंगे|
- गुरु की धर्म भाव की ये दृष्टि आपको धार्मिक रुझान देगी और आप इस दौरान तीर्थ यात्रा कर सकते हैं| विदेश यात्रा भी नवम के इस दृष्टि से activate हो सकती है|
- Guru transit 2016 to 2017 में भाग्य खुलने से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी|
- आपके बच्चों की पढाई में उन्नति होगी और आप स्वयं भी उच्च शिक्षा या अपने skills में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं|
- Profession में आपके कठिन परिश्रम का उचित फल मिलने का समय आ रहा है| दशम भाव से अगला भाव ग्यारहवां भाव है जहां से आपके कर्म का फल मिलता है और ये transit चन्द्र से एकादश भाव को गुरु की सप्तम दृष्टि से activate करेगा| वृषभ राशी के लिए लाभ का ग्यारहवां भाव ब्रहस्पति की अपनी राशी मीन है|
- रुके हुए प्रमोशन, ऑफिस में appreciation, पद प्राप्ति आदि के योग बन सकते हैं|
- आपके ज्येष्ठ अधिकारी या कुलीग और आपके अधीनस्थ कुलीग आदि सब आपसे खुश रहेंगे और सहयोग देंगे|
- Guru transit 2016 to 2017 में आपका अपने बड़े भाई बहनों से रिश्तों में और निकटता रहेगी|
- व्यापार में लिप्त लोगों के लिये ये गोचर शुभ है और मुनाफे में वृद्धि का समय है|
- अगर कुडंली में ब्रहस्पति धन योग में शामिल हैं और चन्द्र भी शुभ स्थिति में है, तो यह समय शेयर एवं सट्टा बाज़ार में लाभ के लिये भी उपयुक्त है|
- विवाह के इच्छुक लोगों के लिये विवाह के अच्छे योग बनेंगे| तलाकशुदा या किसी और कारण से दूसरे विवाह के इच्छुक लोगों के लिये second marriage के योग बनेंगे|
- संतान प्राप्ति के इच्छुक जातकों की इच्छा पूर्ती का Guru transit 2016 to 2017 में योग बन सकता है|
- गुरु की नवम दृष्टि आपकी राशी पर पड़ने से आप अध्यात्म की तरफ झुक सकते हैं| शुभ अनुष्ठान, शुभ उत्सव आदि के भी योग बनेंगे|
- आपकी राशी के चन्द्र पर ब्रहस्पति की दृष्टि से समाज में इज्जत, प्रतिष्ठा आदि में वृद्धि, उच्च अधिकारियों का सहयोग आदि के भी योग बनेंगे|
- इस गोचर में अपने गुरुजनों से, अपने बड़े बुजुर्गों से, ब्राह्मण और पुरोहितों आदि से आशीर्वाद शुभ फलों में बढ़ोत्तरी करेगा|
- यहाँ ध्यान देने योग्य एक महत्वपूर्ण बात ये हैं की ब्रहस्पति आपका अष्टम भाव का स्वामी भी है तो कुंडली में अगर ब्रहस्पति पीड़ित अवस्था में है या अशुभ स्थान, अशुभ ग्रहों से युक्त है तो शुभ फलों में पीड़ा के अनुपात से कमी होगी, जो कुंडली विश्लेषण का विषय है|
Jupiter transit in 2016 – वृषभ राशी के लिये उपाय
- ब्रहस्पतिवार को नीचे दी गयी गुरु गायत्री का 21 जाप करें:
- ॐ वृषभध्वजाय विद्महे क्रुनिहस्ताय धीमहि तन्नो गुरु प्रचोदयात||
- ब्रहस्पतिवार को नवग्रह मंदिर में गुरुपूजा करें|
- यदि नवग्रह मंदिर आपके आसपास नहीं है तो गुरूवार को जल से शिव लिंग स्नान करें और 27 बार निम्न मंत्र का जाप करें:
- ॐ दक्षिणामूर्तये नमः||
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