Ganesh Chaturthi 2016 – Ganesh Chaturthi is on 5th September 2016. This is a very special day to receive blessings of Ganesha, the obstacle remover, God of intelligence and giver of prosperity. It is also a good day to forcefully remove bad karmas that holds us back.
Ganesh Chaturthi 2016 गणेशजी का जन्म दिवस उत्सव है| पुराणों के अनुसार भाद्रपद मॉस के शुक्ल पक्ष में गणेश जी का जन्म हुआ था| Ganesh Chaturthi 2016 की तिथि 4 सितम्बर 2016 को 18:54 से शुरू होकर 5 सितम्बर 2016 को 21:09 पर समाप्त होगी|
इस दिन गणेशजी को अपने घर में स्थापित किया जाता है और यथा शक्ति पूजा, अर्चना, आराधना किया जाता है और दसवें दिन यानी अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन किया जाता है| इस स्थापना, पूजा और विसर्जन से दुखों से मुक्ति मिलती है, जीवन में उन्नति और खुशहाली आती है और शुभ फल मिलते हैं| विसर्जन दिवस 15 सितम्बर है 2016 है|
Ganesh Chaturthi 2016 के लिए श्वेतार्क गणपति स्वरुप
गणपति स्थापना मूर्ति के रूप में या मिटटी के गणेश के रूप कर सकते हैं| इसके आलावा श्वेतार्क गणपति एक विशेष रूप है जो श्वेतार्क नाम के पौधे की जड़ से निर्मित है| श्वेतार्क की जड़ बड़ी विशेष मानी जाती है और तंत्र मंत्र में काफी उपयोग में लायी जाती है| इसकी जड़ negative forces को absorb करती है और prosperity को attract करती है| श्वेतार्क गणपति आप मुझसे प्राप्त कर सकते हैं| ये एक छोटा, बेहद हल्का स्वरुप है जिन्हें आप अपने घर के मंदिर में स्थापित कर सकते हैं और ये environment फ्रेंडली natural है| इन्हें स्थापित कर के, यथा शक्ति इनकी पूजा करें, अर्चना दें अगले साल फिर घर में आने का निमंत्रण दे कर विसर्जन करें|
श्वेतार्क गणपति को आप गणेश चतुर्थी उपलक्ष्य के अलावा भी स्थापित कर सकते हैं| ये एक बहुत ही शुभ कर्म है जो परिवार में सुख शांति के लिए, जीवन में उन्नति के लिए और विघ्नों की शांति के लिए स्थापना कर, पूजा अर्चना कर मनोवांछित फल पा सकते हैं|
Ganesh Chaturthi 2016 गणपति स्थापना और पूजा मुहूर्त
अपने घर में गणपति स्थापना 5 सितम्बर को करें, हो सके तो मध्याह्न काल में करना उत्तम है क्यूंकि शास्त्रों के अनुसार मध्याह्न काल में गणेशजी का जन्म हुआ था| Best time 11 : 23 से 13 : 50 तक है| पर चूँकि 5 सितम्बर सोमवार है, working day, इसलिए आप सुबह भी स्थापना कर सकते हैं| स्नानादि से शुद्ध हो कर श्वेतार्क गणपति को किसी छोटे कांसे की प्लेट पर, गंगा जल या शुद्ध जल छिड़क कर, लाल या पीले वस्त्र पर अपने मंदिर में स्थापित करें| वैसे तो षोडशोपचार पूजा का महात्म्य है, पर इतनी विस्तृत पूजा हरेक के बस में नहीं है और ना ही समय है, इसलिए पूरे भाव से, पूरी श्रद्धा और भक्ति से पूजा करें, कलियुग को नामयुग कहा गया है, तो यहाँ आपका भाव प्रधान है|
स्थापना करते समय ये मन्त्र बोलें:
ॐ सिद्धि बुद्धि सहिताय श्री महा गणपतये नमः आवाहयामि – स्थापयामि |
मन्त्र बोलने में कठिनाई हो तो भाव से गणपति का आवाहन करें की हे महा गणपति, सिद्धि बुद्धि सहित आप मेरे घर पर पधार कर मुझे कृतार्थ करें| स्थापना करने के बाद घी का दीपक और धूप/अगरबत्ती से आरती करें|
Ganesh Chaturthi 2016 सरल पूजा विधि
स्थापना और आरती के बाद थोड़े सिन्दूर को गंगा जल में मिलाकर श्वेतार्क गणपति को तिलक लगायें| फिर फूलों से पुष्पांजलि दें और पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और मिश्री का मिश्रण) अर्पित करें| अब हाथ जोड़ कर प्रार्थना करें की हे महा गणपति, मेरी पूजा और अर्चना स्वीकार करें, मुझ पर और मेरे परिवार पर कृपा करें और अंग संग रह कर हमारी रक्षा करें|
इसके बाद गणेश आरती करें और कोई भी गणेश मंत्र का उच्चारण करें| एक छोटा मंत्र दे रहा हूँ, जिसका नौ जाप करें:
ॐ वक्रतुण्ड् महाकाय सूर्य कोटि समप्रभा, निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व कार्येषु सर्वदा ||
या गणेश गायत्री के 11 जाप करें:
ॐ एकदन्ताय विदमहे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दन्ति प्रचोदयात् ||
पूजा के अंत में जाने अनजाने में हुई गलती के लिए क्षमा प्रार्थना करें:
आवाहनम न जानामि न जानामि विसर्जनम पूजाम चैव ना जानामि क्षमस्व गणेश्वर मंत्रहीनम क्रियाहीनम भक्तिहीनम सुरेश्वर यत्पूजितं मयादेव परिपूर्ण तदस्तु में ||
मंत्र बोलने में कठिनाई हो तो भाव से क्षमा प्रार्थना करें की हे महागणपति, जाने अनजाने में अगर मुझसे कोई गलती हो गयी हो मुझे क्षमा करें, मेरी पूजा स्वीकार कर मुझे कृतार्थ करें| मुझ पर और मेरे परिवार पर सदा कृपा दृष्टि रखें|
इसके बाद विसर्जन के दिन तक नित्य पूजा करें, पुष्प ना हो तो सिर्फ धूप दीप से करें, पंचामृत की जगह फल चढ़ा सकता हैं|
Ganesh Chaturthi 2016 विसर्जन कब करें?
विसर्जन का दिन वैसे तो अनंत चतुर्दशी है जो 15 सितम्बर को पड़ रही है| 15 सितम्बर गुरूवार है, working day है| यदि आप 15 सितम्बर को नहीं कर सकते तो आप सप्तम विसर्जन कर सकते हैं – मतलब सात दिन गणेश आराधना कर के, 11 सितम्बर 2016, जो रविवार है, छुट्टी का दिन है, उस दिन भी विसर्जन कर सकते हैं|
सप्तम विसर्जन यानी रविवार 11 सितम्बर 2016 को पूजा करें, प्रसाद चढ़ाएं और नीचे दिये मुहूर्त के अनुसार, बड़ी श्रद्धा और आदर से गणपति स्वरुप को बहते पानी में विसर्जन करें| विसर्जन से पहले क्षमा प्रर्थन करें और अगले साल गणपति को फिर आने का निमंत्रण दे कर विसर्जन करें|
Ganesh Chaturthi 2016 सप्तम विसर्जन मुहूर्त:
- प्रातः काल मुहूर्त: 08:01 से 12:35
- दोपहर मुहूर्त: 14:06 से 15:38
- सांय काल मुहूर्त: 18:41 से 23:07
Point to note: गणेश चतुर्थी के दिन/रात चन्द्रमा को देखना निषिद्ध है| पुराणों के अनुसार गणेश भाद्रपद मॉस के शुक्ल पक्ष में एक बार अपने वाहन मूषक से गिर पड़े जिसे देख कर चन्द्रमा हंसने लगे| तब गणेश ने चन्द्रमा को श्राप दिया जो कोई भी भाद्रपद मॉस के शुक्ल चतुर्थी के चन्द्र का दर्शन करेगा, उसे कलंक लगेगा, मिथ्या दोष (झूठे आरोप या कलंक) लगेगा|
आख्यान है की एक बार श्रीकृष्ण पर स्यामंतका नाम के बहुमूल्य रत्न को चुराने का दोष लगा था क्यूंकि उन्होंने भाद्रपद मॉस के शुक्ल चतुर्थी के चन्द्र का दर्शन किया था जिस वजह से उनपर भी मिथ्या दोष लग गया था|
Ganesh Chaturthi 2016 में चन्द्र दर्शन का निषिद्ध समय
4 सितम्बर 2016 को 18:54 से लेकर 20:51 तक
5 सितम्बर 2016 को 09:29 से लेकर 21:29 तक
Ganesh Chaturthi 2016 के दिन नारियल तोड़ने का महात्म्य
Ganesh Chaturthi 2016 के दिन गणपति मंदिर में नारियल फोड़ना भी एक बेहद असरदार क्रिया है| Actually, सब तरह की वनस्पति में नारियल ही वो श्रीफल है जिसमे तीन विशिष्ट चक्षु (नेत्र) हैं, और ये एक बहुत बड़ा बलिदान माना जाता है| पुराणों के अनुसार एक बार श्री गणेश अपने पिता शिवजी के पास जा कर बोले हे पिता, संसार में सबसे बड़ा बलिदान क्या है, इस पर शिवजी ने कहा इस संसार के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति का बलिदान, सुनकर श्रीगणेश अपने पिता की तरफ ही देखने लगे| शिवजी समझ गए की गणेश सबसे शक्तिशाली शिव को ही देख रहे हैं तब उन्होंने श्रीफल (नारियल) उठा कर कहा की इस त्रिनेत्र श्रीफल से जो कोई भी गणेश को बलि देगा, उसके नकारात्मक कर्मों का मैं नाश करूँगा|
Coconut smashing एक ऐसा कर्म है जो उन नकारात्मक कर्मों का forcefully नाश करता है जो आपकी उन्नति में बाधक होते हैं, negative karma which holds you back. नारियल फोड़ना विघ्नों का भी नाश करता है| किसी शुभ कर्म का बीड़ा उठाने पर नारियल फोड़ा जाता है, शुभ यात्रा से पहले नारियल फोड़ कर निकलना, यात्रा की सब मुसीबतों का नाश करता है|
दक्षिण भारत के तकरीबन हर मंदिर में गणेश प्रतिष्ठा के पास नारियल फोड़ने की जगह बनी होती है जहाँ नारियल फेंक कर फोड़ा जाता है| उत्तर भारत में भी जहाँ पर south Indian temples हैं, वहां आपको counter पर नारियल खरीदने को मिल जाता है, जिसे आप प्रार्थना के बाद सर से तीन बार घुमा कर फेंक कर फोड़ते हैं| फोड़ने के बाद आप नारियल नहीं उठाते, दूसरे लोग उठा सकते हैं|
इस गणेश चतुर्थी को odd numbers में जैसे 1, 3, 5, 7, 9 या 11 नारियल फोड़ें और अपने नकारात्मक कर्मों का नाश करें| वैसे गणेश चतुर्थी ही नहीं, नारियल फोड़ने का कर्म आप कभी भी कर सकते हैं, जैसे तबियत ख़राब होने पर, office में problems चल रही हो या कोई नया काम, नयी job वगैरा के लिए भी| कभी भी करें ये positive result ही देगा|
South Indian गणेश temple क्यूंकि हर जगह नहीं है और working day पर समय निकाल कर जाना भी मुश्किल है, इसीलिए अगर आप अपने नाम नक्षत्र के साथ ये शुभ कर्म करना चाहें तो मुझसे संपर्क करें|
हालाँकि इस आर्टिकल में इस वर्ष की गणेश चतुर्थी की dates हैं, पर पूजा विधि और महात्म्य शाश्वत है मतलब किसी भी वर्ष इन तरीकों से गणेश पूजा की जा सकती है|
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