Death of Father– An Interesting Astrological Case Study of Precise Prediction.
Can Death of father be Correctly Predicted by a Native’s Chart? क्या जातक की कुंडली से उसके स्वजन की मृत्यु का सही फलादेश संभव है? क्या शुक्र जैसा शुभ ग्रह भी Death of father का कारण बन सकता है? – मृत्यु फलादेश का एक वास्तविक कुंडली अध्ययन।
जन्म एवं मृत्यु एक ऐसा विषय है जो मानव के हाथ में नहीं है। जन्म लेना, कर्म करना फिर मृत्यु को प्राप्त होकर फिर नया जन्म लेना – ये नियति है। पूर्व जन्मों के कर्मानुसार जन्म लेना – इस विषय में कई लोग सहमत हैं, कई नहीं। कुछ लोग जिस जीवन को जी रहे हैं उसे ही सब कुछ मानते हैं – जिनका कहना है – You Only Live Once, So Live It Full! लेकिन भारत में अधिकतर लोग मरण के बाद जन्म के सिद्धांत को मानते हैं। भारत क्या, अब तो Even Western Countries के लोग भी काफी Research के बाद मानने लगे हैं कि हम कई बार जन्म लेते हैं, मृत्यु को प्राप्त होते हैं, और फिर जन्म लेते हैं।
वैसे तो जीवन और मृत्यु किसी के हाथ में नहीं है, पर क्या किसी की कुंडली से उसके किसी स्वजन की मृत्यु का फलादेश हो सकता है? इस Death of Father की Real-Life Case Study से देखते हैं।
******
फरवरी 2020 के पहले हफ्ते में मेरे पास एक Case Reference से आया था। इस जातिका का जन्म 15 अगस्त 1985 को 22:30 पर HP में हुआ था। कुंडली बनाते ही मुझे जातिका की वर्तमान स्थिति दिख गयी थी – लग्न व सप्तम भाव राहू केतु के अक्ष में और सप्तम भाव में नीच के मंगल से दृष्ट शनि – Primarily विवाह में विलम्ब का Case था।फिर जब दशम भाव पर दृष्टि पड़ी तो Professional Life की Problems भी समझ में आ गई – कुंडली के दशम भाव में नीच एवं वक्री गुरु – कर्म के भाव का स्वामी शनि गोचर में जनवरी 2020 से सप्तम भाव में कंटक शनि का आगाज़ करते हुए – स्थिति स्पष्ट थी की जातिका का व्यावसायिक जीवन भी पीड़ित है।
जातिका की Personality और Thinking Pattern आदि के सही फलादेश के बाद मेरा पहला प्रश्न यही था – विवाह में क्या अड़चन आ रही है? जिस पर जातिका ने आश्चर्यचकित होकर कहा –
Sir, आपने देख लिया!! यही जानना है कि मेरी शादी क्यों नहीं हो रही?
उसके बाद मेरा अगला प्रश्न था कि –
क्या Job में भी मुश्किलें आ रही है? क्या Job में Satisfaction है?
अब तो जातिका के आश्चर्य का ठिकाना नहीं था – जातिका के ही शब्दों में – “पहली बार किसी Astrologer ने मेरे बिना कोई इशारा किये एक ही बार में सही रग को पकड़ा है!!”
जाहिर सी बात थी, जातिका मुझसे पहले कुछ ज्योतिषियों से मिल चुकी थी, जहाँ उसका सटीक विश्लेषण नहीं हो पाया था।
ये जातिका Primarily अपने Profession और Marriage के बारे में ही जानना चाहती थी। उसके कुछ बताए बगैर ही मेरा उसकी Exact Problem को पकड़ना उसके लिए स्वाभाविक रूप से विस्मयकारी था, जो मेरे लिए मेरे अनुभव के आधार पर एक Routine Analysis था।
मैंने इस जातिका को Details में विवाह के भाव में पाप ग्रहों की स्थिति और नीच के मंगल की दृष्टि, विवाह के कारक शुक्र का लग्न से तीसरे भाव में अस्त होना आदि से उत्पन्न विवाह में विलम्ब को Explain किया और Remedies समझाई।
फिर Job से Related Issues के बारे में Details से समझाया। दशम भाव में गुरु की नीच और वक्री होकर स्थिति, उस पर नीच के मंगल की दृष्टि और कंटक शनि का आरंभ – ये पूरी Combination नौकरी के लिए अनुकूल नहीं थी। इसके बाद मैंने वर्तमान में चल रही शुक्र की महादशा का फलादेश, रत्न निर्देश और उपाय आदि विस्तारपूर्वक समझाया।
जातिका पूरी तरह आश्वस्त थी जब मैंने उसे बताया कि ये मेरा System है कि हम जो भी Discuss कर रहे हैं, ये सब, Including उपाय, रत्न निर्देश, मन्त्र और आने वाले Time Periods के फलादेश – ये सब Written Form में ईमेल पर भेजा जायेगा ताकि आपके पास Record रहे, कभी भी आप इसे देख सकें और सही समय पर सही निर्णय ले सकें।
सम्पूर्ण विश्लेषण के बाद मैंने जातिका से Casually – संयोग से पूंछा की आपके पिता की सेहत कैसी रहती है?
तो उसने चौंक कर कहा – जी हाँ, थोड़ी अच्छी नहीं है आजकल, HP में गाँव में रहते हैं माता जी और भाई के साथ।
मैंने कहा नवम्बर – दिसम्बर 2019 से अच्छी हालत नहीं है।
जिस पर Again उसने विस्मय से भर कर कहा कि बिलकुल सही, पिता को Cancer Detect हुआ है, लेकिन इलाज चल रहा है, Stable हैं।
बिना जातिका के किसी तरह का जिक्र किए हुए भी मैंने उसके पिता के स्वास्थ्य के बारे में जो विश्लेषण किया था, उसका राज था – महादशा Pattern, जिसका Prediction करने के लिए Properly उपयोग करने के बारे में ज्यादातर ज्योतिषी जानते ही नहीं हैं।
Actually, जातिका की कुंडली में नवम्बर 2019 के अन्त से शुक्र की महादशा, शनि की प्रत्यंतर दशा और सूर्य की अन्तर्दशा चल रही थीI महादशानाथ शुक्र जातिका की कुंडली में पिता के भाव नवम भाव को दृष्टि दे रहा है जो धनु राशी है – शुक्र के परम शत्रु गुरु की। अन्तर्दशानाथ शनि जो पिता के कारक सूर्य का शत्रु ग्रह है वह जातिका की कुंडली के पिता के भाव – नवम भाव को और पिता के कारक सूर्य को दृष्ट कर रहा है, और प्रत्यंतरदशा नाथ सूर्य स्वयं पिता का कारक है। दशा Pattern में जब ये तीनों एक लाइन में आ गए, तो पिता को पीड़ित तो होना ही था। And it had the probability to activate combinations for death of father.
इसके अलावा कुंडली के पितृ भाव के स्वामी गुरु पर नीच के मंगल की दृष्टि है और पिता का कारक सूर्य कुंडली के चौथे भाव में नीच के मंगल के साथ अपने अंतिम Degrees (अंश) में स्थित है, जो इस दशा Pattern में अपनी रक्षा में असमर्थ हैI फरवरी 2020 से चन्द्र की प्रत्यंतर दशा शुरू हो रही थी, जो सूर्य के साथ चतुर्थ भाव में ही स्थित है। ये सभी स्थितियां पिता के स्वास्थ्य को प्रभावित करने के लिए काफी थीं।
फरवरी 2020 के पहले हफ्ते में मैंने जातिका को Clearly समझा दिया था कि April – May 2020 के आस पास का समय पिता के लिए अच्छा नहीं है और यह समय Already Activated है, जिस पर जातिका ने कहा की पिताजी अभी तो Stable हैं।
Probability of Death of Father किस तरह दिखा?
तब मैंने उसे गोचर Chart में जो Explain किया, वह उसके “ज्योतिष विश्लेषण Report” में Mentioned है, Analysis Report का वो हिस्सा As It Is नीचे Reproduced है:
विश्लेषण के अन्त में जातिका ने पूरी तरह संतुष्ट हो कर मेरी Consultation Charges जो 2100/- रुपये है, Pay किया, पिता के बारे में उसके बिना पूछे ही Question का Analysis करने के लिए बहुत धन्यवाद किया और जल्द ही आकर फिर मिलने के लिए कह कर विदा लिया।
मार्च 2020 के तीसरे हफ्ते से India में Honorable Prime Minister Sh. Narendra Modi जी ने Covid-19 महामारी के चलते सम्पूर्ण Lock-Down को शुरू किया, जिसके चलते किसी भी तरह का आवागमन पूर्ण प्रतिबंधित रहा।
इन दिनों मैं जब Client Files को Review कर रहा था, तब इस जातिका का Case भी Review किया और इनके पिता के बारे में जानने के लिए फोन किया, पर संपर्क नहीं बन पाया। In the Meantime, इनके ही Reference से इनकी एक Friend भी Consultation के लिए आई थी, जिसे संपर्क करने पर पता चला कि सौभाग्यवश जातिका Lock-Down से ठीक पहले अपने गाँव पहुँच गयी थी, पिता की सेवा के लिए।
अप्रैल 2020 के आखिरी हफ्ते में जातिका का मेरे पास फोन आया कि उसके पिता 20 अप्रैल 2020 को स्वर्ग सिधार गए थे! जातिका का हृदय विदारक फोन था की मेरे Prediction के आधार पर यदि वह सही समय पर Lock-Down से पहले अपने गाँव नहीं पहुँच पाती तो अंतिम समय में पिता की सेवा तो क्या, अंतिम दर्शन तक नहीं कर पाती। इस तरह Death of Father का यह फलादेश उपरोक्त Report के उसी Time Frame में हुआ।
मेरे इस Prediction की वजह से सही समय पर पहुँच कर जातिका ने पिता की भरपूर सेवा कर उनकी आत्मा को संतुष्ट किया और उनके साथ बचा हुआ समय बिताया।
You can see this article video here:
You can also read: Tarpanam in Hindi – पितृ तर्पण स्वयं करें
अगर ज्योतिषी वास्तव में अनुभवी है, जानकार है, ग्रहों की चाल को समझता है और उस चाल का आपके जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव का सटीकता से आंकलन कर सकता है तो आपको उसे कुछ पूछने या कहने की जरूरत नहीं पड़ती। वह आपकी कुण्डली देखकर ही आपके बारे में और आपकी व आपके आस-पास की समस्याओं के बारे में आसानी से जान लेता है और आपके बिना पूछे हुए भी आपके कई सवालों का समाधान दे देता है, कई तरह की जिज्ञासाओं को शान्त कर देता है। लेकिन इस तरह का सटीक फलादेश देने के लिए एक Astrologer को आपकी कुण्डली का Deep Analysis करना पड़ता है, जिसमें न केवल सम्पूर्ण जीवन का अनुभव व ज्ञान लगता है, बल्कि काफी समय भी लगता है।
इसलिए यदि आप भी अपने Marriage, Career, Health, Disease, Education आदि किसी भी विषय के बारे में चिंतित हैं और कोई कारण या उपाय समझ में नहीं आ रहा है, तो आप भी मेरे Astrological Knowledge का लाभ Personal Consultation के रूप में ले सकते हैं। आप चाहें तो Appointment लेकर मिल सकते हैं, अथवा Phone Call / WhatsApp (9958607444) के माध्यम से अपनी कुण्डली का विश्लेषण करवा सकते हैं तथा अपनी समस्याओं का Astrological समाधान व Remedies का Recommendation प्राप्त कर सकते हैं।
Join the Discussion!