Scorpio Vrishchika rashi in Hindi – वृश्चिक राशी के स्वामी मंगल हैं| मंगल की पहली राशी मेष है और वृश्चिक दूसरी राशि है| पहली राशी को मंगल जहाँ उद्यमी और उर्जावान बनाता है वहीँ वृश्चिक राशी को यह defensive और रक्षात्मक बनाता है|
ये राशी यहाँ ये अपने स्त्रीत्व के कोमल एवं जलीय तत्व की रक्षा करती है| वृश्चिक राशी चक्र या Zodiac की अष्टम राशी है और जहाँ अष्टम भाव से कोई भी connection आता है वहां रहस्य, गहराई और transformation का element आता है जो वृश्चिक पर fit होती है|
बिच्छु की तरह ये लोग तीव्र, रहस्यात्मक व गहराई तक जाने वाले (intensive, secretive and penetrative) होते हैं इसीलिए इनसे छेड़खानी नहीं करनी चाहिए| बिच्छु अपनी रक्षा करने के बारे में मशहूर है – यदि इसे छेड़ा जाये तो ये अपना शान्त निश्चल रूप छोड़ कर एकदम हमले के लिए ready हो जाता है और यह बात वृश्चिक राशी (Scorpio Vrishchika rashi in Hindi) के जातकों पर खरी उतरती है|
राशी की जब बात करते हैं तो इसका मतलब है की आपकी जन्म कुंडली में जहाँ पर भी चन्द्रमा या Moon स्थित होता है वो भाव राशी कहलाती है| इस तरह कुम्भ राशी का मतलब जिस कुंडली में भी चन्द्रमा (Moon) कुम्भ राशी (Aquarius sign) में हो तो वो जातक कुम्भ राशी का जातक कहलायेगा|
ज्योतिष में हर राशी का:
- अपना स्वाभाव होता है जैसे स्थिर राशी – चर राशी| (fixed – movable sign)
- अपना लिंग होता है| (male-female)
- अपना तत्व होता है| (अग्नि, वायु…)
- दिन रात का बल होता है| (दिवा बलि – रात्रि बलि)
- अपनी दिशा (direction) होती है|
- रहने की जगह होती है|
- राशी के उठने का style होता है|
- इनके पद भी होते हैं| (चार पैरों वाली – दो पैरों वाली आदि)
राशी के इन उपरोक्त बातों का हमारे जीवन से क्या सम्बन्ध है?
ज्योतिष में चन्द्रमा को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है क्यूंकि शास्त्र कहते हैं “चन्द्रमा मनस्सोजातः” यानि चन्द्रमा मन का कारक है| हमारी सोच, emotions, चिंताशक्ति सब चन्द्र से प्रभावित है| इसीलिए जिस राशी में चन्द्रमा होगा उस राशी का तथा उस राशी के स्वामी का असर हमारी सोच, बुद्धि व चिंताशक्ति पर होगा| चन्द्रमा चूंकि राशीश होते हुए, मन मस्तिष्क का कारक है तो उपरोक्त चीजें हमारे पसंद नापसंद, मानसिक झुकाव एवं कार्य करने के तरीकों को प्रभावित करती हैं|
वृश्चिक राशी (Scorpio Vrishchika rashi in Hindi) के लोगों की कुछ विशेषतायें :-
- चुम्बकीय व्यक्तित्व
- भौतिकतावादी Materialistic
- जज्बाती
- प्रतिबद्ध Committed
- वफादार
- दृढसंकल्पित
- रचनाकार
- संवादपटु
- संगीत एवं ललित कलाओं के प्रेमी
- विलासी
- Service में अच्छी position प्राप्त करने में सफल
- जल्दी किसी को दोस्त नहीं बनाते मगर एकबार बना लें तो बहुत ही कम समय में बहुत अन्तरंग intimate हो जाते हैं|
वृश्चिक राशी के लोगों के कुछ नकारात्मक गुण :-
- जलन
- जिद्द
- हठी
- द्वेषी
- निर्मम
- शक्की
- प्रतिशोध
- कडापन
- अस्थिरता
- व्यंग एवं आलोचनात्मक
वृश्चिक राशि (Scorpio Vrishchika rashi in Hindi) के लोग काफी स्नेही और मधुर होते हैं, बशर्ते इन्हें challenge न किया जाए और निर्विरोध छोड़ा जाए| इस राशी का चिह्न बिच्छु है जो अपनी रक्षा करने के बारे में मशहूर है| अगर इन्हें खतरे में डाला जाए या challenge किया जाए तो ये जल्दी अपना मोर्चा नहीं छोड़ते, डटे रहते और अपनी रक्षा करते हैं| शांत और निश्चल बिच्छु को यदि छेडा जाए तो ये यकायक गुस्से में आकर हमले के लिए तैयार हो जाता है|
Relationship – रिश्तों में वृश्चिक राशी के लोग तीव्र (intense) और dynamic होते हैं| इनके passion की ये तीव्रता इन्हें न भूल सकने वाला partner बनाती है| ऊपर से दिखने में चाहे ये लोग cool लगें, पर अन्दर से physically और इमोशनली ये अत्यधिक तीक्ष्ण (passionate) होते हैं|
खास बात ये है की रिश्तों में ये जितने तीव्र और aggressive हो सकते हैं नफरत में भी उतने ही समानरूप तीव्र और aggressive होते हैं और धोका खाने पर बिच्छु की तरह डंक बाहर निकाल देते हैं| वृश्चिक (Scorpio Vrishchika rashi in Hindi) की आदर्श जोड़ी वृश्चिक स्वयं, कर्क एवं मीन राशी हो सकती है|
Profession-wise ये अच्छे विश्लेषक (analyst), कसाई (butcher), व्यापारी, chemist, जासूसी गुप्तचर से सम्बंधित व्यवसाय, जमीन खेती से सम्बंधित व्यवसाय, पुलिस department, financial consultant, शोध कर्ता/वैज्ञानिक, फ़ौज़ से सम्बंधित व्यवसाय, surgeon, plumber, मनोवैज्ञानिक, टैक्स collector एवं मृत संस्कार का प्रबंध करने वाले (undertaker) आदि हो सकते हैं|
राशिमंडल की आठवीं या अष्टम राशी वृश्चिक (Scorpio Vrishchika rashi in Hindi) है| इसकी बनावट लम्बी और छरहरी, लाल भूरी चौड़ी आँखें, चौड़ा माथा एवं छाती, सुविकसित well-developed bones, सशक्त व्यक्तित्व forceful personality, गोल उदर और छोटे घने घुंघराले बाल होते हैं|
इस वर्णन का मतलब ये नहीं की इस राशी के जातक ऐसे ही होंगे, overall ऐसी personality होगी तथा साथ ही लग्न, लग्न में बैठे या लग्न को दृष्टि देने वाले ग्रह, लग्न का नक्षत्र आदि अन्य चीजें मिलकर ही पूरी personality तय करती है|
वृश्चिक राशि (Scorpio Vrishchika rashi in Hindi) स्त्री राशी, स्थिर (fixed) राशी तथा सर से उठने वाली राशी है जिसे “शीर्षोदय राशी” (rising with its head) कहा जाता है| ये जल तत्व की कीट (centipede) राशि है जो दिन के समय प्रबल होती है, इसकी दिशा उत्तर है और ये जमीन, पानी और holes में रहती है| राहू और चन्द्र वृश्चिक राशी में नीच के होते हैं तथा कोई ग्रह यहाँ उच्च के नहीं होते| वृश्चिक राशि का मारक ग्रह शुक्र है बाधकस्थान कर्क और बाधक स्थान के स्वामी या बाधकेश चन्द्र है|
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