Libra Tula rashi – तुला राशी शुक्र ग्रह के स्वामित्व की दूसरी राशी है| शुक्र समन्वय और शोभा (harmony and grace) के ग्रह हैं जिसका पूर्ण सारांश इस वायु तत्व की राशि में ज्यादा अभिव्यक्तित होता है|
जिस भी कुंडली में तुला राशि विशिष्ट हो, ऐसे लोगों से deal करना शुक्रीय गुण की वजह से बेहद आसान होता है| दूसरों के nature को आसानी से समझने की इनमे विशेषता होती है और मधुर relationships बनाना इनकी विशेष प्रतिभा होती है|
तुला Libra (Libra Tula rashi in Hindi) राशी के symbol के हाथ में तराजू का क्या मतलब है? तराजू आदि काल से न्याय और संतुलन से सम्बन्ध रखने वाला चिह्न है| आपने फिल्मों के कोर्ट रूम के scenes में या रियल life के courts में न्याय देवी की मूर्ती या तस्वीर देखी होगी जिसकी आँखों पर काली पट्टी और हाथ को ऊँचा उठाये तराजू रहती है| इस राशी का ये चिह्न न्याय, संतुलन और समानता पूर्वक कार्य करने के प्रति इन जातकों के स्वाभाविक सम्बन्ध को सारूप करता है |
तुला राशी (Libra Tula rashi in Hindi) के लोग स्वाभाविक रूप से शांति कराने वाले (natural peace maker) होते हैं जो निष्पक्ष रूप से सच और धर्म को तौल कर ही फैसला देते हैं | लेन देन की प्रक्रिया को संतुलित करने में इस राशी के लोग सक्षम होते हैं |
राशी की जब बात करते हैं तो इसका मतलब है की आपकी जन्म कुंडली में जहाँ पर भी चन्द्रमा या Moon स्थित होता है वो भाव राशी कहलाती है| इस तरह कुम्भ राशी का मतलब जिस कुंडली में भी चन्द्रमा (Moon) तुला राशी (Libra sign) में हो तो वो जातक तुला राशी का जातक कहलायेगा|
ज्योतिष में हर राशी का:
- अपना स्वाभाव होता है जैसे स्थिर राशी – चर राशी| (fixed – movable sign)
- अपना लिंग होता है| (male-female)
- अपना तत्व होता है| (अग्नि, वायु…)
- दिन रात का बल होता है| (दिवा बलि – रात्रि बलि)
- अपनी दिशा (direction) होती है|
- रहने की जगह होती है|
- राशी के उठने का style होता है|
- इनके पद भी होते हैं| (चार पैरों वाली – दो पैरों वाली आदि)
राशी के इन उपरोक्त बातों का हमारे जीवन से क्या सम्बन्ध है?
ज्योतिष में चन्द्रमा को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है क्यूंकि शास्त्र कहते हैं “चन्द्रमा मनस्सोजातः” यानि चन्द्रमा मन का कारक है| हमारी सोच, emotions, चिंताशक्ति सब चन्द्र से प्रभावित है| इसीलिए जिस राशी में चन्द्रमा होगा उस राशी का तथा उस राशी के स्वामी का असर हमारी सोच, बुद्धि व चिंताशक्ति पर होगा|
चन्द्रमा चूंकि राशीश होते हुए, मन मस्तिष्क का कारक है तो उपरोक्त चीजें हमारे पसंद नापसंद, मानसिक झुकाव एवं कार्य करने के तरीकों को प्रभावित करती हैं|
तुला राशी (Libra Tula rashi in Hindi) के लोगों की कुछ विशेषतायें
- मिलनसार, प्रफुल्ल और दिलकश
- दूसरों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील
- Charming personality
- Romantic
- परिशुद्धता
- व्यवहारकुशलता
- अक्लमंदी
- न्यायप्रिय
- शान्ति व व्यवस्था प्रिय
- कलात्मकता
- निरपेक्ष
- कामुक स्वभाव
- हर चीज़ के अलग अलग पक्षों को बारीकी से तौल कर निर्णय लेने की क्षमता
तुला राशी के कुछ नकारात्मक गुण
- अस्थिरचित्त (indecisive)
- द्वेषी
- इश्कबाज और कामुकता में अधिक लिप्त
- Flirtatious with over indulgence in sex
- बडी आसानी से खुशामद में आने वाले
- प्रतिशोधी
- यथार्थवादी से ज्यादा आदर्शवादी
- तार्किकता के सहज अनुगामी न होते हुए अपना दृष्टिकोण दूसरों पर थोपनेवाले
तुला राशी (Libra Tula rashi in Hindi) के जातकों में चीजों के प्रति स्पष्ट (definite), परिशुद्ध (refined) और बहुमूल्य रूचि (expensive taste ) होती है| इन्हें अपने अभिप्रायों को चुनौती मंजूर नहीं होती| धार्मिक मामलों में ये लोग स्वयं को भगवान को अर्पित करने वाले तथा संतों और महात्माओं में अत्यधिक विश्वास रखने वाले होते हैं|
ये एक वायु तत्व की राशी है – इसका relevance यहाँ यह है की इनकी दिमागी पहुँच काफी ऊपर की होती है और ये अपने दिमाग का पूरा उपयोग करते हुए अपने खयालात दूसरों को effectively communicate करते हैं|
Relationships – रिश्तों में में तुला राशी (Libra Tula rashi in Hindi) के जातक निष्कपट, स्थिर, understanding एवं प्यार के चाहने वाले होते हैं| ये सुन्दरता को पसंद करने वाले होते हैं – इसीलिए parties और gatherings में इनका स्वाभाविक रुझान होता है|
शादी विवाह में ये अच्छे partner होते हैं जो ज्यादा से ज्यादा अपने partner को खुश करने की कोशिश करते हैं | तुला राशि की आदर्श जोड़ी कुम्भ और मिथुन राशि हो सकती है|
ज्योतिष राशि मंडल की सातवीं या सप्तम राशी तुला राशी (Libra Tula rashi in Hindi) है| इसका वर्ण गोरा, लम्बा छरहरा पर अनुपातिक (well-proportioned) शरीर, लम्बे व सुडोल अंग, लालिमा युक्त रंग, उन्नत नासिका, दिखने में मनोहर रूप, सुन्दर आँखें, चौड़ा चेहरा व छाती और घुंघराले बाल हैं|
इस वर्णन का मतलब ये नहीं की इस राशी के जातक ऐसे ही होंगे, overall ऐसी personality होगी तथा साथ ही लग्न, लग्न में बैठे या लग्न को दृष्टि देने वाले ग्रह, लग्न का नक्षत्र आदि अन्य चीजें मिलकर ही पूरी personality तय करती है|
तुला राशि (Libra Tula rashi in Hindi) एक पुरुष राशी, चर राशी (moveable) तथा सर की तरफ से उठने वाली राष्ही है जिसे “शीर्षोदय” राशी (rising with its head) कहते हैं| ये वायु तत्व की द्विपद राशी (biped sign -on two feet like human) है जो दिन के समय प्रबल होती है तथा इसकी दिशा पश्चिम और ये जमीन पर रहने वाली राशी है| शनि तुला राशी में उच्च के तथा सूर्य इस राशि में नीच के होते हैं| तुला राशि का मारक ग्रह मंगल है, बाधकस्थान सिंह है और बाधक स्थान के स्वामी यानि बाधकेश सूर्य है|
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