लग्न भाव, पंचम भाव एवं नवम भाव, इन तीन त्रिकोण भावों में पंचम भाव या Fifth house प्रथम शुभ त्रिकोण भाव है| लग्न चूँकि केंद्र भाव भी है इसीलिए पंचम ही शुद्ध त्रिकोण भाव बनता है| पंचम भाव या Fifth house पूर्व पुण्य भाव और पुत्र भाव से भी जाना जाता है क्योंकि इस भाव से संतान एवं संचित पूर्व पुण्यों को भी देखा जाता है| पंचम भाव को एक तरह से कई जन्मों के पूर्व कर्मों का बैंक balance कह सकते हैं| जातक का सम्पूर्ण जीवन, सफलता, तरक्की, सुख दुःख आदि सब … [Read more...]