आकाशमंडल में सूर्य तथा चंद्रमा, दोनों प्रकाश पिंडों के बाद, शुक्र (जिसका Diamond Stone होता है), सर्वाधिक तेजस्वी और प्रकाशवान ग्रह हैं| पुराणों के अनुसार महर्षि भृगु के पुत्र, शुक्र, दैत्य गुरु है जैसे ब्रहस्पति देव गुरु, और शुक्र को ही भगवान शिव से मृत संजीवनी विद्या प्राप्त थी|शुक्र natural zodiac यानी कालपुरुष कुंडली के द्वितीय एवं सप्तम भाव के स्वामी हैं और इस तरह ये हमारे जीवन के दो सबसे महत्वपूर्ण भावों – धन भाव तथा वैवाहिक या दाम्पत्य … [Read more...]