Mithun Rashifal 2023 का यह वर्ष मिथुन राशी के जातकों के लिए कुछ अनुकूल और कुछ प्रतिकूल समय लेकर आया है। जनवरी 2020 से आपकी कुंडली में अष्टम शनि का योग बना हुआ था, जो अब अपने आखिरी चरण में है। गत वर्ष के प्रारम्भ से जो समस्याएं आप झेल रहे थे, नव वर्ष के प्रारंभ में भी ये आपको परेशान रख सकती हैं। स्वास्थ्य से सम्बंधित चिंता, अनावश्यक परेशानियाँ और बेवजह तनाव आपकी मानसिक स्थिति को प्रतिकूल रूप से प्रभावित रख सकती हैं। जिन जातकों को श्वास सम्बन्धी (Respiratory disorder) या खून से सम्बन्धित (Blood disorder) कोई समस्या है उनको विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है क्योंकि यह समय कुछ कष्टकर हो सकता है। ऐसे जातकों के लिए Alternate therapy जैसे आयुर्वेद या प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति अपनाना बेहतर रहेगा। शनि देव की ढैय्या भुगतने के बाद शनि देव कर्मानुसार शुभ फल देना शुरू करते हैं। इस दौरान यात्राओं के योग बनेंगे जिनमें सुदूर विदेश यात्रा भी संभव है।
पर इसमें अच्छी बात ये है की Mithun Rashifal 2023 में जनवरी 2023 के तीसरे हफ्ते से शनि देव गोचर में राशी बदल कर मकर राशी (जो की आपका अष्टम भाव है) से कुम्भ राशी में प्रवेश करेंगे। कुंडली में अष्टम शनि का समापन होगा और शनि देव भाग्य के नवम भाव में प्रवेश कर शुभ फल देना शुरू करेंगे और भाग्य का साथ मिलना अब से शुरू होगा। ज्योतिष के सबसे उदार और शुभ ग्रह ब्रहस्पति वर्ष के दशम भाव में मीन राशी में गोचर कर रहे हैं। यह समय नौकरी और व्यवसाय आदि में उतार चढ़ाव का रहेगा जो अप्रैल 2023 के तीसरे हफ्ते तक चलेगा। इस दौरान कोई नया प्रोजेक्ट, नयी partenrship, कोई नया काम या company में विस्तार आदि का प्लान त्याग दें, सोची हुई सफलता नहीं मिलेगी। जो कर रहे हैं उसे ही आराम से करते रहें, थोडा चीजों को सीमित ही रखें।
Mithun Rashifal 2023 में यदि विदेश से सम्बन्धित कोई कार्य कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं तो उसके लिए यह समय अच्छा है, अगस्त के अन्त से अच्छे परिणाम मिलेंगे। अप्रैल के तीसरे हफ्ते से जब गुरु आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे, वो समय नौकरी कर रहे जातकों के लिए अच्छा समय रहेगा। अनुकूल स्थानांतरण, नौकरी में अनुकूल बदलाव आदि सफलता के योग बनेंगे। Promotin, वेतन में वृद्धि आदि भी दिख रही है। यह समय विद्यार्थियों के लिए भी अच्छा रहेगा जब देव गुरु ब्रहस्पति बुद्धि और शिक्षा के पंचम भाव को दृष्टि देंगे। विदेश में पढने के इच्छुक लोगों के लिए अक्तूबर/नवम्बर का समय अच्छे फल देगा।
वर्ष के प्रारंभ में शनि और शुक्र अष्टम भाव में स्थित रहेंगे, जो आपके personal relations के लिए अच्छी नहीं है। रिश्तों में अनावश्यक दरार पैदा हो सकती है। पर ये स्थिति अप्रैल के तीसरे हफ्ते से बदलेगी जब गुरु राशी परिवर्तन के बाद मेष राशी में प्रवेश कर पंचम भाव (प्रेम के भाव) एवं विवाह के भाव (सप्तम भाव) को पूर्ण रूप से दृष्ट करेंगे। पारिवारिक ख़ुशी, संतान सुख, भाई बहनों के रिश्ते और overall happiness के लिए अप्रैल के बाद का समय सितम्बर के आरंभ तक बहुत अच्छा रहेगा। इसके बाद गुरु फिर वक्री होकर गोचर करेंगे और शुभ फल में कमी देंगे।
Finance की दृष्टि से Mithun Rashifal 2023 का ज्यादातर समय औसत है, हालाँकि अक्तूबर अंत से वर्ष के अन्त तक financial situation strong हो जायेगा। उपाय के रूप में बुधवार के दिन व्रत रखना (यदि स्वास्थ्य अनुमति दे) अच्छा है। इसके अलावा बुधवार के दिन गौमाता को हरा चारा खिलाना भी शुभ है। मिथुन राशी के स्वामी बुध हैं जिनके अधिदेव विष्णु भगवान हैं, तो इस दौरान नारायण उपासना, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना भी प्रतिकूल फलों में कमी कर अनुकूलता देगा। स्वास्थ्य के लिए नित्य धन्वन्तरी मंत्र का जाप करें। इस मंत्र को तथा अष्टधातु में निर्मित धन्वन्तरी विग्रह को आप मुझसे प्राप्त कर सकते हैं। धन्वन्तरी विग्रह स्थापना अच्छे स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम है।
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