कुंडली में love marriage है या arranged marriage? शादी अपनी मर्जी से होगी या parents या बड़े बुजुर्गों के मर्जी से? शादी के इच्छुक जातकों का ये साधारणतया आम प्रश्न होता है| तो कैसे देखी जाये Love marriage in kundli ?
अपने life partner को चुनने का अधिकार हरेक को है| पर चुनने का तरीका देश, काल, पात्र, सांस्कृतिक, नैतिक मान्यताओं और मूल्यों पर आधारित होती हैं|
आज के समाज के बदले परिवेश में life partner चुनने का नजरिया भी काफी हद तक बदल गया है|समाज के बदले समीकरणों में आज स्त्री पुरुष के संबंधों में मूल रूप से बहुत बदलाव आ गए हैं|
स्त्री सशक्तिकरण से आज स्त्री पुरुष के बराबर हर क्षेत्र में आगे हैं| पर पूर्वी सभ्यताओं में विवाह आज भी संस्थागत सामाजिक प्रतिष्ठापन है जो जीवन भर साथ निभाने का सामाजिक और सांस्कृतिक अनुमोदन है|
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Love marriage in kundli में वो कौन से ग्रह और भाव हैं हो ये इंगित करते हैं की शादी परम्परागत होगी या स्वेच्छा से? और अगर love marriage हुई भी तो क्या शादी लम्बे समय तक चलेगी? क्या love marriage सफल रहेगी? तो विवाह series में आइये आज बात करते हैं कुंडली में love marriage in kundli के combinations की|
Love marriage in kundli के combinations
कुंडली में पंचम भाव प्राकृतिक रूप से प्रेम, संतान, रीति रिवाज़ एवं परंपरा आदि को दर्शाता है| सप्तम भाव life पार्टनर का भाव यानि कलत्र भाव है जो life पार्टनर का ओहदा, प्रतिष्ठा एवं प्रकृति आदि दिखाता है| धर्म धार्मिक प्रवृत्ति एवं धार्मिक रीति रिवाज़ आदि नवम भाव से इंगित होते हैं| पंचम का स्वामी पंचमेश और सप्तम भाव का स्वामी सप्तमेश love marriage होने के संकेतक है की Love marriage in kundli है की नहीं|
- पंचमेश और सप्तमेश एक साथ पंचम भाव में या सप्तम भाव में युत (इकट्ठे स्थित) हों|
- पंचमेश और सप्तमेश आपस में त्रिकोण भाव (एक दूसरे से पांचवें या नौवें भाव में) में स्थित हों|
- इन दोनों भावों के स्वामी एक दूसरे से 3-11 position (एक दूसरे से तीसरे – ग्यारहवें भाव में) में स्थित हों|
- पंचमेश और सप्तमेश एक साथ नवम भाव में, दशम भाव में या ग्यारहवें भाव में भी युत हों तो भी love marriage की स्थिति बन सकती है|
- अगर इस combination में नवम भाव का स्वामी नवमेश भी शामिल हो जाये तो भी Love marriage in kundli के योग बन सकते हैं|
- अगर उपरोक्त कोई भी combination छठे भाव में, आठवें भाव में या बारहवें भाव में बन जाये तो प्रेमियों को अपने प्यार का बलिदान करना पड़ सकता है और मजबूरन एक दूसरे से जुदा होकर अनपेक्षित या अपरिचित शादी करनी पड़ सकती है|
- चंद्रमा, मंगल, शुक्र और राहू यदि पंचम भाव में स्थित हों या पंचम भाव को दृष्टि दे रहे हों, और साथ ही नवम भाव कमजोर हो, तो ये combination भी love marriage दे सकता है|
- यदि विवाह का कारक शुक्र – शनि से, मंगल से या राहू से सम्बन्ध बना ले या शुक्र इन ग्रहों से परस्पर दृष्ट हो जाये – और सप्तम भाव का स्वामी पंचम में बैठ जाये तो ये combination जातक को love marriage की तरफ ले जायेगी|
- यदि नवम भाव में शनि, मंगल या राहू स्थित हो और नवम भाव का कारक ब्रहस्पति बहुत ज्यादा पीड़ित हो, साथ ही सप्तम भाव लग्न भाव/लग्नेश से ज्यादा मजबूत हो तो ऐसी combination का पुरुष जातक अपने से नीची जाति में विवाह कर सकता है|
Love marriage success
Successful Love marriage in kundli कैसे देखें? अगर नीचे दिये गए combinations कुंडली में मौजूद हों तो love marriage successful रहेगी|
- अगर लड़के लड़की की कुंडलियों में शुक्र और मंगल परस्पर स्थान परिवर्तन कर लें (लड़के का मंगल लड़की की शुक्र राशी में और लड़की का शुक्र लड़के के मंगल राशी या इसका opposite)
- लड़के की कुंडली का शुक्र और लड़की की कुंडली का मंगल यदि साथ बैठ कर या दृष्टि से सम्बन्ध बना लें (उदहारण के लिए – लड़के की कुंडली में शुक्र धनु में हो और लड़की की कुंडली में मंगल मिथुन में हों और लड़की की कुंडली में शुक्र धनु में स्थित हो कर मिथुन के मंगल को दृष्टि दे)
- लड़के की कुंडली का ब्रहस्पति लड़की की कुंडली के शुक्र की राशी में या शुक्र के साथ स्थित हो successful love marriage in kundli के योग बनते हैं|
असफल Love marriage in kundli कैसे देखें?
यदि कुंडलियों में ये combinations हों तो प्रेम विवाह नाकामयाब रहेगी| Horoscope compatibility में दोनों पार्टनर की कुंडली में ग्रहों की ये position अच्छी नहीं मानी जाती|
- लड़के की कुंडली का राहू यदि लड़की की कुंडली में शुक्र के साथ स्थित हो तो विवाह विच्छेद या दीर्घकालीन विवाद और विषाद के योग बनेंगे|
- यदि लड़के की कुंडली का शुक्र लड़की की कुंडली में शनि के स्थान पर या शनि के साथ स्थित हो जाये तो भी दीर्घकालीन दुःख और विषाद के योग बनेंगे|
- यदि लड़के की कुंडली का शुक्र लड़की की कुंडली में राहू के साथ स्थित हो जाये तो लड़के के काम विकृति के कारण विवाह विच्छेद के योग बन सकते हैं|
- यदि लड़के की कुंडली का शुक्र लड़की की कुंडली में सूर्य के स्थान पर या सूर्य के साथ स्थित हो जाये तो भी विवाह में अलगाव आएगा|
- लड़की की कुंडली का मंगल यदि लड़के की कुंडली में राहू के position पर आ जाये तो लड़की की काम विकृति के कारण विवाह में विच्छेद के योग बनेंगे|
- पंचमेश और सप्तमेश यदि लग्न और चन्द्र से छठे, आठवें या बारहवें भाव में बैठ जायें और शुभ ग्रहों से सम्बंधित नहीं हों तो प्रेमियों को अपने love life का बलिदान करना पड़ सकता है|

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